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थरवई पुलिस ने अपने सीडी मे ग्राम प्रधान तिवारीपुर उर्फ दामोदरपुर के भयंकर चोटों का भी जिक्र किया है 

थरवई पुलिस का दिखा अमानवी चेहरा,थरवई पुलिस ने दिया थाने के दलालों का साथ,और ग्राम प्रधान तिवारीपुर के खिलाफ पुलिस बनीं स्वयं पार्टी ,लिखी ग्राम प्रधान पर सरकारी फर्जी एफआईआर

थरवई पुलिस ने अपने सीडी मे ग्राम प्रधान तिवारीपुर उर्फ दामोदरपुर के भयंकर चोटों का भी जिक्र किया है

-सूत्र

 

थरवई प्रयागराज

थाना थरवई में मनीष तिवारी, मनोज तिवारी व विपिन पांडे का काफी चल रही है दलाली, उच्च अधिकारी बने मूंक दर्शक आपसे बात दे कि थाना थरवई बना दलालों का अड्डा,, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाना थरवई के थाना प्रभारी थरवई के यहां ग्राम प्रधान तिवारीपुर उर्फ दामोदरपुर बाल गोविंद त्रिपाठी ने खून से लतपथ जब थरवई थाना एफआईआर कराने गए तो थरवई थाने का मान जाना दलाल मनोज, मनीष त्रिपाठी व विपिन पांडे ग्राम प्रधान बाल गोविंद तिवारी को बंदूक के बट से मार कर लहूलुहान करने के बाद जाकर थाने पर बैठे थे, और जो मनोज, मनीष त्रिपाठी कहे वही थाना प्रभारी थरवई किये। और मनोज, मनीष त्रिपाठी व थाना प्रभारी थरवई व हल्का एस आई रामायण सिंह जबरदस्त मिली भगत चल रही है और ग्राम प्रधान की रिपोर्ट भी नहीं लिखी गई और थाने पर बैठे मनोज, मनीष दबंगों ने पुलिस प्रशासन के सामने ही ग्राम प्रधान को थाना में ही चढ़कर पुन मारा और थरवई पुलिस ने भी साथ दिया ये खबर प्रयागराज के थाना थरवई अंतर्गत आने वाले ग्राम तिवारी पुर का है जहां आपको बता दें कि पुरानी रंजिश को लेकर आज से तीन दिन पहले विपक्षी मनोज, मनीष त्रिपाठी ने ग्राम प्रधान तिवारीपुर बालगोविंद त्रिपाठी व उनके लड़के अंकित त्रिपाठी को रास्ते में घेराबंदी कर जान से मारने की कोशिश की गई जिसको लेकर अंकित त्रिपाठी ने थाने में तहरीर दिया था लेकिन थरवई पुलिस ने गम्भीरता से नहीं लिया न ही एफआईआर दर्ज किया तो जो ये घटना हुई है ये सारी देन थरवई पुलिस की है और सूत्रों की मानें तो ग्राम प्रधान के विपक्षियों ने ये घटना कारित करने के लिए थरवई पुलिस को अच्छी खासी रकम दी थी यहां तक की घटना घटित होने के बाद 112 नम्बर पर फोन किया गया लेकिन मौके पर पुलिस नही पहुंची, तो कहीं न कहीं इस प्रकार से स्थानीय पुलिस मनोज, मनीष व विपिन जैसे दलालों का जबरदस्त साथ दे रही है जब मनोज और कुछ अज्ञात लोगों ने इसके पहले बाल गोविंद त्रिपाठी व लड़के अंकित को मार नहीं पाए तो आज दिनांक 9/4/2025 को बाल गोविंद त्रिपाठी को बंदूक़ के बट से जबरदस्त मारे पीटे उनका दांत टूट गया और जब बाल गोविंद त्रिपाठी के लड़के अंकित त्रिपाठी ने थाने पर प्रार्थना पत्र देने गए तो वहां पर बैठे थाने का जाना माना दलाल मनोज मनीष, विपिन पहले से मौजूद थे और थरवई Sho के सामने अंकित त्रिपाठी व बालगोविंद त्रिपाठी के उपर ईट पत्थर से हमला कर दिया और दोनों पक्षों मे मार पीट होने लगी और उसी दोनों पक्षों का एक पत्थर जा कर थाना थरवई के किसी कर्मचारी को लगा। और उसके बाद जो लोग ग्राम प्रधान के पक्ष से थाने पर जा रहे थे उसे थाने के दलाल मनोज मनीष के कहने पर थाने पर बैठा लिया जाता था और पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किया जा रहा था जब इस विषय में एक संवाददाता ने डीसीपी गंगानगर के पीआरओ और एसीपी से बात किए तो थाना थरवई पर बैठे दलाल मनोज, मनीष त्रिपाठी जो थान थरवई और थाना होलागढ़ आदि थानो की दलाली करते हैं और कुछ थाना प्रभारी को मिला कर लोगों के उपर फर्जी मुकदमे एवं काल करा कर धमकी दिलवाते है और जब प्रयागराज के एक प्रतिष्ठित चैनल के पत्रकार थरवई थाने मे जानकारी लेने के लिए पहुंचे तो जानकारी भी नहीं दी गई और उसके थोड़ी ही देर बाद उस पत्रकार के मोबाइल पर एक धमकी भरा फोन आया जो मोबाइल नंबर 9454402828 है और इसी नंबर से पत्रकार के उपर दबाव जा रहा था और ये दबाव बनने हेतु कॉल किया गया था,पत्रकार को भी धमकी भरे फोन और फर्जी मुकदमे में फांसने की धमकी दी गई और इस तरह से पत्रकार को धमकी दे कर पत्रकार को सच्चाई न उजागर करने के लिए दबाव बनाया गया था और फसाया जा रहा था जिससे पत्रकार सच्चाई ना उजागर कर सके।तो ये है दलालों का थानों पर जबरदस्त दलाली, थानों पर पकड़ व मिली भगत और जो ये बड़ी घटना हुई है ये उप निरीक्षक रामायण सिंह जी की देन है चूंकि जब दो बार अंकित त्रिपाठी व अंकित त्रिपाठी के पिता बालगोविंद त्रिपाठी के उपर जानलेवा हमला हुआ तो अंकित त्रिपाठी के द्वारा थाने मे तहरीर दिया गया लेकिन थाने पर इसकी कोई सुनवाई नही हुई, फिर अंकित त्रिपाठी ने आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत किया तो उप निरीक्षक रामायण सिंह द्वारा इस तथ्य को छुपा लिया गया और रिपोर्ट में ये लगाया कि इन सब की पुरानी रंजिश है ऐसी कोई घटना नही हुई जोकि थरवई पुलिस ने अपने सीडी मे ग्राम प्रधान तिवारीपुर उर्फ दामोदरपुर के उपर भयंकर चोटों का भी जिक्र किया है लेकिन पुलिस ने ग्राम प्रधान का मेडिकल करा कर मेडिकल के नाम पर सिर्फ व सिर्फ खानापूर्ति कर पुलिस अपने को व थाने के दलालों को बचाया है और आपको बता दें किअंकित त्रिपाठी के विपक्षी मनीष, मनोज त्रिपाठी व विपिन पांडेय, थरवई थाने के बहुत ही बड़े दलाल है जिसको बचाने के लिए उप निरीक्षक रामायण सिंह ने अंकित त्रिपाठी के विपक्षी को अपने सामने बैठा कर वह जैसा रिपोर्ट चाहते थे वैसा ही रिपोर्ट आइजीआरएस मे रामायण सिंह दरोगा ने लगाया। बरहाल ये सूत्रों ने बताया कि अगर इन सब मामलों की जांच पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा की जाएं तो सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा इन जैसे कुछ भ्रष्ट दरोगाओं के वजह से उत्तर प्रदेश सरकार एवं पुलिस विभाग मे बैठे कठोरतम कार्यवाही करने वाले उच्च अधिकारियों की छवि धूमिल की जा रही है तो अगर पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लेकर गोपनीय तरीके से जांच करा दे तो सारा मामला उजागर हो जाएगा और सूत्रों ने ये भी कहा कि अगर सरकार अपने तरीके से दरोगा, रामायण सिंह एवं अमित चौबे का आय से ज्यादा सम्पत्ति का जांच कर लें तो सब कुछ इन दरोगाओं का भ्रष्टाचार सरकार के सामने आ जायेगा। और भविष्य में इन जैसे दरोगाओं की वजह से सरकार की छवि धूमिल होगी।

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